पौष माह के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को पौष अमावस्या कहते हैं. पौष मास की इस अमावस्या का शास्त्रों में बड़ा महत्व बताया गया है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, इस दिन दान-स्नान का विशेष महत्व होता है. पौष अमावस्या के शुभ मुहूर्त पर धार्मिक कार्य, स्नान, दान, पूजा-पाठ और मंत्र जप करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं पौष अमावस्या का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि.

शुभ मुहूर्त- पौष अमावस्या का शुभ मुहूर्त बुधवार, 13 जनवरी को है. हालांकि अमावस्या तिथि मंगलवार, 12 जनवरी दोपहर 12 बजकर 22 मिनट से प्रारंभ हो जाएगी और सोमवार 13 जनवरी सुबह 10 बजकर 29 मिनट पर इसका समापन होगा.

पूजन विधि- अमावस्या के दिन पितरों को शांत करने के लिए श्राद्ध कर्म, स्नान, दान-पुण्य और पितृ तर्पण करना शुभ माना गया है. सवेरे स्नान करने के बाद सूर्य देवता को जल अर्पण करें और लाल पुष्प और लाल चंदन डालकर अर्घ्य दें. कहते हैं कि इस दिन सच्चे मन से मांगी गई हर मनोकामना पूर्ण होती है. अंतत: पितरों का तर्पण किया जाता है. कुछ लोग पितरों को प्रसन्न करने के लिए इस दिन व्रत भी करते हैं.

इसके बाद पीपल के पेड़ और तुलसी के पौधे को जल अर्पित करें और एक चौमुखी दीपक जलाकर उनसे खुशहाल जीवन की प्रार्थना करें. अराधना करते हुए आप तुलसी या पीपल की परिक्रमा भी कर सकते हैं. अमावस्या के दिन पितरों के नाम से दान करना भी बड़ा शुभ माना जाता है. इस दिन आप किसी भी सफेद वस्तु या खाने की ची

शुगर, मधुमेह की समस्या की आयुर्वेदिक उपचार Dr. Nuskhe Glucowin Kit ऑर्डर करने के लिए क्लिक करें https://chatwith.io/s/5ff865a7a8ccd

जो पुरुष विधि पूर्वक प्राश्चित करके निर्भय हो जाता है , पर अपने कुकर्म के लिए पश्चाताप नहीं करता , उसे प्रायः उत्तम गति प्राप्त नहीं होती है | परन्तु जिसे अपने कुकृत्य पर हार्दिक पश्चाताप होता है , वह अवश्य उत्तम गति का भागी होता है , इसमें संशय नहीं है | इस शिव पुराण की कथा सुनने से जैसे चिट की शुद्धि होती है , वैसे दूसरे उपयो से नहीं होती | जैसे दर्पण साफ करने पर निर्मल हो जाता है , उसी प्रकार इस शिव पुराण की कथा से चित अत्यंत शुद्ध हो जाता है – इस में संशय नहीं है | मनुष्यो के शुद्ध चित में जगदम्बा पार्वती सहित भगवान शिव विराजमान रहते है | इससे वह विशुद्धात्मा पुरुष श्री साम्ब सदाशिव के पद को प्राप्त होता है | इस उत्तम कथा का श्रवण समस्त मनुष्यो के लिए कल्याण का बीज है | अतः यथोचित ( शास्त्रोक्त ) मार्ग से इसकी आराधना अथवा सेवा करनी चाहिए | यह भवबंधन रूपी रोग का नाश करने वाली है |
नींद नहीं आने की समस्या, दिमागी कमजोरी, स्ट्रेस का आयुर्वेदिक उपचार Dr Nuskhe Brain Power kit मूल्य 1046rs घर बैठे ऑर्डर करने के लिए लिंक पर क्लिक👇 करें https://waapp.me/wa/tGFm2ivH
भगवान शिव की कथा को सुनकर फिर अपने हृदय में उसका मनन एवंम निधि ध्यासन करना चाहिए | इससे पूर्णतः चित शुद्धि हो जाती है | चित शुद्धि होने से महेश्वर की भक्ति अपने दोनों पुत्रो ( ज्ञान और वैराग्य ) के साथ निस्चय ही प्रकट होती है | तत्पश्चात महेश्वर के अनुग्रह से दिव्य मुक्ति प्राप्त होती है , इसमें संशय नहीं है | जो मुक्ति से वंचित है ; उसे पशु समझना चाहिए ; क्युकी उसका चित माया के बंधन में आसक्त है | वह निश्चय ही संसार बंधन से मुक्त नहीं हो पता |
ब्राह्मणपत्नी ! इसलिए तुम बिषयों से मन को हटा लो और भक्ति भाव से इस भगवान शंकर की पावन कथा को सुनो | परमात्मा शंकर की इस कथा को सुनने से तुम्हारे चित की शुद्धि होगी और इससे तुम्हे मोक्ष. की प्राप्ति हो जाएगी | जो निर्मल चित से भगवान शिव के चर्णारविंदो की चिंतन करता है , उसकी एक ही जन्म में मुक्ति हो जाती है | यह मैं तुमसे सत्य कहता हु |
शुगर के कारण आई कमजोरी को दूर करने के लिए और मरदाना ताकत बढ़ाने के लिए घर बैठे डॉ नुस्खे शक्तिवर्धक चूर्ण आर्डर करने के लिए क्लिक करें https://cutt.ly/TjkTYBD
अब सूतजी कहते है – शौनक ! इतना कहकर वो श्रेष्ठ शिव भक्त ब्राह्मण चुप हो गए , उनका हृदय करुणा से आद्र हो गया था | वे शुद्ध चित महात्मा भगवान शिव के ध्यान में मग्न हो गए | उसके बाद बिन्दुग की पत्नी चंचुला मन ही मन प्रसन्न हो उठी | ब्राह्मण का उक्त उपदेश सुनकर उसके नेत्रों में आनंद के आंसू छलक आये थे |
वह ब्राह्रण पत्नी चंचुला हर्ष भरे ह्रदय से उन श्रेष्ठ ब्राह्रण के दोनो चरणो मे गिर पडी। और हाथ जोर कर बोली – ” मै कृतार्थ हो गयी ” | तत्पश्चात उठकर वैराग्य युक्त उतम बुद्धिवाली स्त्री , जो अपने पापो के कारण आतंकित थी , उस महान शिवभक्त ब्राह्रण से हाथ जोरकर गदगद वाणी में बोली ।
चंचुला ने कहॉ – ब्राह्रण ! शिवभक्तो में श्रेष्ठ ! स्वामिन¡ आप धन्य है , परमार्थदर्शी है । और सदा परोपकार मे लगे रहते है । इसलिये श्रेष्ठ साधु पुरुषो में प्रशंसा के योग्य है । साधो ! मैं नरक के समुन्द्र मे गिर रही हु । आप मेरा उद्धार किजिये, उद्धार किजिये । पौराणिक अर्थतत्व से संपन्न जिस सुन्दर शिव पुराण कि कथा को सुनकर मेरे मन मे संपुर्ण बिषयो से वैराग्य उत्पन्न हो गया है । उसी इस शिवपुराण को सुनने के लिये मेरे मन मे बडी श्रद्धा हो रही है ।
नशा छुड़ाने की आयुर्वेदिक औषधि G1 Drop घर बैठे ऑर्डर करने के लिए click करें https://cutt.ly/ujkYa3k

अब सुतजी कहते है – ऐसा कहकर हाथ जोर उनका अनुग्रह पाकर चंचुला उस शिव पुराण कि कथा को सुनने कि इच्छा मन मे लिये उन ब्राह्रण देवता कि सेवा में तत्पर हो वहॉ रहने लगी । तदनन्तर शिव भक्तो मे श्रेष्ठ और शुद्ध बुद्धि वाले ब्राह्रण देवता ने उसी स्थान पर उस स्त्री को शिव पुराण कि उतम कथा सुनाई । इस प्रकार उस गोकर्ण नामक स्थान मे उन्ही श्रेष्ठ ब्राह्रण से उसने शिवपुराण कि परम उतम कथा सुनी , जो भक्ती ,ज्ञान और वैराग्य को बढाने वाली तथा मुक्ती प्रदान करने वाली है ।
उस परम उत्तम कथा को सुनकर ब्राह्मणपत्नी अत्यंत कृतार्थ हो गयी | उसका चित शीघ्र ही शुद्ध हो गया | फिर भगवान शिव के अनुग्रह से उसके हृदय में शिव के सगुण रूप का चिंतन होने लगा | इस प्रकार उसने भगवान शिव में लगी रहनेवाली उत्तम बुद्धि पाकर शिव के सचिदानंद स्वरूप का बारम्बार चिंतन आरम्भ किया | तत्पश्चात समय के पुरे होने पर भक्ति ,ज्ञान और वैराग्य से युक्त हुई चंचुला ने अपने शरीर को बिना किसी कष्ट के त्याग दिया | इतने में ही त्रिपुरशत्रु भगवान शिव का भेजा हुआ एक दिव्य विमान द्रुत गति से वहां पहुंचा , जो उनके अपने गणो से संयुक्त और भांति भांति के शोभा साधनो से सम्पन्न था | https://cutt.ly/8h0JHNe चंचुला उस विमान पर आरूढ़ और भगवन शिव के श्रेष्ठ पार्षदो ने उसे तत्काल शिवपुरी में पहुंचा दिया | उसके सारे मल धूल गए थे | वह दिव्यरूपिणी दिव्याग्ना हो गयी थी | उसके दिव्य अवयव उसकी शोभा बढ़ाते थे |

फ्री आयुर्वेदिक हेल्थ टिप्स ग्रुप जॉइन करने के लिए click करें

स्तक पर अर्ध चंद्राकर का मुकुट धारण किये वह गौरांगी देवी शोभाशाली दिव्य आभूषणो से बिभूषित थी | शिवपुरी में पहुंचकर उसने सनातन देवता त्रिनेत्रधारी महादेवजी को देखा | https://cutt.ly/ch0HBC4 सभी मुख्य मुख्य देवता उनकी सेवा में खड़े थे | गणेश , भृंगी , नन्दीश्वर तथा वीरभद्रेश्वर आदि उनकी सेवा म उत्तम भक्ति भाव से उपस्थित थे | उनकी अंगकांति करोड़ो सूर्यो की भांति प्रकाशित हो रही थी | कंठ में निल चिन्ह शोभा पाता था | पांच मुख और प्रतेक्य मुख में तीन -तीन नेत्र थे | मस्तक पर अर्धचन्द्राकार मुकुट शोभा देता था | उन्होंने अपने वामांग भाग में गौरी देवी को बिठा रखा था , जो विधुत – पुंज के सामान प्रकाशित थी | गौरीपति महादेवजी की कान्ति कपूर के सामान गौर थी |
उनका सारा शरीर स्वेत भस्म से भासित था | शरीर पर स्वेत वस्त्र शोभा परहे थे | इस प्रकार परम उज्जवल भगवान शंकर का दर्शन कर के वह ब्राह्मण पत्नी चंचुला बहुत प्रसन्न हुई | https://cutt.ly/YjkYRW2 अत्यंत प्रितियुक्त होकर उसने बड़ी उतावली के साथ भगवान शिव को बारम्बार प्रणाम किया | फिर हाथ जोरकर वह बड़े प्रेम ,आनंद और संतोष से युक्त हो विनीत भाव से खड़ी हो गयी | उसके नेत्रों से आनन्दाश्रुओ के अविरल धारा बहने लगी तथा सम्पूर्ण शरीर में रोमांच हो गया | उस समय भगवती पार्वती और भगवान शंकर ने उसे बड़ी करुणा के साथ अपने पास बुलाया और सौम्य दृष्टि से उसकी और देखने लगे | पार्वती जी ने तो दिव्य रूप धारणी बिन्दुगप्रिया चंचुला को प्रेम पूर्वक अपनी सखी बना लिया | वह उस परमानन्दघन ज्योतिस्वरूप सनातन धाम में अविचल निवास पाकर दिव्य सौख्य से संपन्न हो अक्षय सुख. का अनुभव करने लगी |

अस्थमा, दमा, खांसी और कफ की आयुर्वेदिक उपचार किट ऑर्डर करने के लिए लिंक पर Click करें https://chatwith.io/s/5ff8661a6c105

वजन कम करने को लेकर हम तरह-तरह के घरेलू नुस्खे अपनाते हैं या फिर अलग-अलग दवाईयों का सेवन करते हैं, ताकि हम अनचाही चर्बी को कम कर सकें। लेकिन, क्या आपको पता है कि कॉफी के सेवन से आप मोटापे को कम कर सकते हैं। इसके अलावा कॉफी के साथ-साथ नींबू का भी इस्तेमाल करने से भी मोटापा कम होगा। हम आपको बताते हैं कि किस तरह से आप कॉफी और नींबू का सेवन कर मोटापा कम कर सकते हैं। साथ ही आप अपने बढ़ते वजन को भी  घटा सकते हैं।

ऐसे करें सेवन
एक कप गर्म पानी में कॉफी मिला लें और दिन में एक बार एक्सरसाइज करने से पहले पिएं। इससे आपको फायदा मिल सकता है। इसके अलावा आप गर्म पानी में कॉफी मिलाकर एक चम्मच नींबू का रस मिला लें। इसके बाद इसका सेवन करें। हालांकि, कॉफी का टेस्ट अच्छा नहीं लगेगा, लेकिन मोटापा कम करने के लिए आप पी सकते हैं।

Order on WhatsApp 7455896433

वज़न घटाने की आयुर्वेदिक उपचार Dr. Nuskhe Medwin Fat loss किट
ऑर्डर करने के लिए क्लिक करें https://chatwith.io/s/5ff8665d51ded

3-5 किलो वज़न कम बिना डायटिंग
घर बैठे 50 दिन की 100% आयुर्वेदिक बिना साइड इफेक्ट के Dr Nuskhe Weight loss Kit ऑर्डर करने के लिए click करें मूल्य 1098 पूरे भारत में delivery https://waapp.me/wa/vwMq4QEn

फ्री आयुर्वेदिक हेल्थ टिप्स ग्रुप जॉइन करने के लिए click करें

ज का दान कर सकते हैं.

// If comments are open or we have at least one comment, load up the comment template.