हमारे शरीर में 206 हड्डियां होती हैं। यह सभी हड्डियां हमारे शरीर के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि यह न केवल शरीर की संरचना को बनाती हैं बल्कि संतुलन, सेल के प्रोडक्शन और शरीर के अन्य काम को करने के लिए अहम भूमिका भी निभाती हैं। ऐसी ही एक स्वास्थ्य परेशानी है जो हड्डियों को प्रभावित करती है। वह है गठिया की परेशानी। यह बीमारी आजकल उम्र के अनुसार हर दूसरे और तीसरे व्यक्ति में देखने को मिल रही है।
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इसकी वजह से जोड़ों में सूजन होने लगती है। गठिया सौ से अधिक स्थितियों के बारे में बताती है, जो कि जोड़ों के साथ-साथ जोड़ों के आसपास टिश्यू और अन्य कनेक्टिव टिश्यू को प्रभावित करती हैं। स्थिति के अनुसार गठिया के लक्षण और उपचार अलग-अलग होते हैं। हालांकि कुछ ऐसे भी लक्षण हैं, जो बीमारी के शुरुआत में ही आपको देखने को मिल जाते हैं।
गठिया के इन 8 लक्षणों को न करें नजरअंदाज
जोड़ों में दर्द
गठिया के शुरुआत में जोड़ों के दर्द की समस्या उत्पन्न होने लगती है। इसकी वजह से चलने -फिरने में काफी परेशानी होती हैं। धीरे-धीरे यह समस्या बढ़ने लगती है, जिससे और भी शारीरिक परेशानियां शुरू होती हैं।
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जोड़ों का सख़्त हो जाना
जोड़ों का सख्त हो जाना भी गठिया के लक्षणों में से एक है। धीरे-धीरे इसमें अकड़न आने लगती हैं। हालांकि यह समस्या हड्डियों के जोड़ों में यूरिक एसिड जमा होने की वजह से होती है। कई तरह के आहारों को खाने से यह समस्या उत्पन्न होती है।
ज्वाइंट का नरम होना
गठिया में जोड़ो में नरमी भी आ जाती है। ज्यादातर गठिया का असर सबसे पहले पैरों में देखने को मिलता है। समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह समस्या धीरे-धीरे यह समस्या शरीर के सभी जोड़ों में होने लगती है।
बॉडी में फ्लेक्सिबिलिटी
ज्वाइंट नरम होने के बावजूद बॉडी में फ्लेक्सिबिलिटी नहीं रहती है। इसकी वजह से जोड़ों में दर्द, जकड़न और फुलाव होने लगता है। कई बार हम इन जोड़ों की समस्या को नजरअंदाज कर देते हैं। जिसकी वजह से रोगी के एक या कई जोड़ों में दर्द, अकड़न जैसी समस्या आ जाती है।
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सूजन
आर्थराइटिस के किसी भी रूप में जोड़ों में सूजन आने लगती हैं। इसकी वजह से रोगी को न सिर्फ उठने-बैठने में बल्कि किसी भी तरह की एक्सरसाइज में भी काफी समस्या होने लगती हैं। यह तब तक ठीक नहीं होता हैं जब तक इसका सही तरीके से इलाज न किया जाए।
क्यों होता है गठिया
ऐसा कहा जाता है कि यह बीमारी उम्र के साथ होती है, जब हम अपने जोड़ों का उपयोग करते हैं और हड्डियों के बीच की स्थिति धीरे-धीरे बिगड़ने लगती हैं। हालांकि ऑस्टियोआर्थराइटिस यानी गठिया की समस्या होने के कई कारण हैं। जिसमें बढ़ती उम्र, मोटापा, जॉइंट इंजरी, जेनेटिक, मेटाबॉलिक आदि शामिल हैं। वहीं पुरुषों की तुलना में महिलाओं में गठिया की समस्या अधिक देखने को मिलती है। ऐसा इसलिए क्योंकि महिलाओं में एस्ट्रोजन की कमी होती है, जिसकी वजह से शरीर में आयरन, कैल्शियम, पोषण की कमी होने लगती है। इसकी वजह से गठिया जैसी समस्या उत्पन्न होती है।
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