नमस्कार दोस्तों, आपका हमारी वेबसाइट में एक बार फिर से स्वागत है. यहाँ आपको राजीव जी द्वारा बताये गये हर प्रकार के घरेलू नुस्खे एवं औषधियां प्राप्त होंगी. तो दोस्तों आज हम आपको राजीव जी द्वारा बताये गये सर्दी, जुकाम और खांसी के इलाज बतायेंगे. तो जैसा की हम जानते ही है कि इन तीनो बिमारिओ का एक कॉमन मेडिसिन है जो तकरीबन हर रसोई घर में मोजूद रहती हैं. ये दवा कोई और नही बल्कि अदरक है.
अदरक को ही दूसरे नाम में सौंठ कहते हैं अदरक सूख जाता है तो सौंठ हो जाता है. तो अदरक एकमात्र इस बीमारी की सबसे बेस्ट दवाओं में से एक है. अदरक के बाद जो दूसरी दवा इस बीमारी के लिए उपयोगी है वह है हल्दी. तीसरी बेस्ट मेडिसिन सर्दी-खांसी-जुकाम की चूना है, चौथी बेस्ट मेडिसिन किसमिस है और पांचवी मेडिसिन दालचीनी है. इसमें आप मैथीदाना भी यूज कर सकते हैं. हमारे रसोई घर में इतनी दवाएं हैं और इसके साथ कुछ कॉन्प्लीमेंट री मेडिसिन है जो इस मेडिसिन के साथ मिक्स करके यूज़ करते हैं.
काली मिर्च तुलसी का पत्ता यह कॉन्प्लीमेंटरी है. हम काली मिर्च का इस्तेमाल भी कर सकते हैं लेकिन सबसे मेन मेडिसिन है अदरक, दालचीनी, मैथीदाना और चुना. इसको लेने का तरीका बहुत ही आसान है. अब अदरक का रस निकाल लीजिये और इसमें थोड़ा शहद मिलाकर हल्का गर्म करके पी लीजिए. दूसरा तरीका है अदरक का रस निकाल लीजिए उसमें तुलसी का रस मिला दीजिए और हल्का गर्म करके शहद मिलाकर ले लीजिए. इस दुसरे तरीके में गरम करने के बाद ही शहद मिलाया जाता है. शहद मिलाकर कोई चीज गर्म नहीं किया जाता अगर शहद नहीं है तो गुड ले लीजिए.
अदरक का रस, तुलसी का रस और शहद तीनो मिलाकर एक चम्मच सुबह खाली पेट ले लीजिए. एक बार दोपहर को भी ले लीजिए और एक बार शाम को. यह तीन बार ली जा सकती है दिन में. सर्दी खांसी जुकाम के लिए हल्दी का इस्तेमाल कर सकते हैं. हल्दी को दूध में मिलाकर इसको गर्म करना पड़ता है फिर उसका असर आता है. अगर किसी कारण से दूध उपलब्ध नहीं है तो पानी में भी हल्दी को गर्म करके लिया जा सकता है.