दुबले-पतले लोगों के लिए जरूरी है व्यायाम

यह सच है कि कई बीमारियों से बचाव और अच्छी सेहत के लिए व्यायाम जरूरी है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि व्यायाम को लेकर कई तरह की भ्रांतियां भी हैं, जिनका दूर होना भी आवश्यक है।

राजधानी के द्वारका इलाके में एक जिम का संचालन कर रहे फिटनेस ट्रेनर शाजी सैमसन ने कहा है कि यह धारणा बिल्कुल सही नहीं है कि दुबले-पतले लोगों को व्यायाम करने की जरूरत नहीं है। दुबले पतले कई लोगों के शरीर में सामान्य व्यक्ति के शरीर की तुलना में अधिक वसीय उतक होते हैं और अगर वे व्यायाम न करें तो उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस तथा मधुमेह जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

उन्होंने कहा कि कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को भी दुरूस्त रखने के लिए व्यायाम जरूरी है। वरना कोलेस्ट्रॉल का जमाव धमनी की दीवारें मोटी कर सकता है और दुबले-पतले लोगों के लिए जानलेवा स्थिति आ सकती है। फिजियोथैरेपिस्ट पीपी सिंह ने कहा है कि पर्याप्त प्रशिक्षण के बिना बहुत ज्यादा व्यायाम करना भी नुकसानदेह हो सकता है, क्योंकि इसके नकारात्मक परिणाम होते हैं। ऐसा करने से मांसपेशियों में समस्या हो सकती है, दिल संबंधी परेशानी हो सकती है, चयापचय की दर धीमी हो सकती है और प्रतिरोधक क्षमता भी घट सकती है।

शाजी ने कहा कि कई लोग शरीर के किसी खास हिस्से का वजन कम करने के लिए एक ही व्यायाम कई बार करते हैं, लेकिन यह केवल एक वहम है, क्योंकि व्यायाम के जरिए शरीर के किसी खास भाग का वजन कम नहीं किया जा सकता। शाजी ने कहा कि सच तो यह है कि एक ही व्यायाम कई बार करने से अधिक मात्रा में कैलोरी खर्च नहीं होती, बल्कि इससे शरीर के उस खास भाग की मांसपेशियों पर दबाव बनने लगता है और उन्हें नुकसान भी हो सकता है।

एम्स की आहार विशेषज्ञ अनुजा अग्रवाल ने कहा है कि कुछ लोगों को लगता है कि केवल एरोबिक व्यायाम करने से ही वजन घटता है, जबकि यह सच नहीं है। वजन कम करने के लिए आहार विशेषज्ञ और जिम के ट्रेनर कम कैलोरी वाले आहार की सलाह देते हैं। इसके साथ व्यायाम जरूरी है, चाहे वह एरोबिक ही क्यों न हो।

उन्होंने कहा है कि समुचित आहार यह सुनिश्चित करता है कि हमारे शरीर की जरूरत के अनुसार कैलोरी उसे मिले, ताकि वह सामान्य काम-काज कर सके। एरोबिक शरीर के वसीय उतकों को खत्म करता है। सिंह ने कहा कि व्यायाम नियमित रूप से किया जाना चाहिए और धीरे-धीरे इसकी अवधि भी बढ़ानी चाहिए। तब ही इसका असर नजर आता है। मात्र 15 मिनट में व्यायाम के परिणाम नहीं मिलते।

उन्होंने कहा है कि यह सही नहीं है कि व्यायाम बंद कर देने से मांसपेशियां फूल जाती हैं। मांसपेशियां और वसा दोनों बिल्कुल अलग-अलग होते हैं। वसीय उतक लगातार विकसित होते हैं। उनका संबंध खानपान से होता है। व्यायाम से इन्हें कम किया जाता है। व्यायाम न करने पर कैलोरी का बनना कैसे रोका जा सकेगा। खानपान की आदत बदले बिना शरीर का वजन कम नहीं होगा।

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