अपने स्वास्थ्य को लेकर आमतौर पर बहुत से लोग सचेत रहते हैं। फिटनेस प्रेमी अपने आहार में पोषक तत्वों से भरपूर अनाज शामिल करते हैं। रागी, बाजरा और कुट्टू के आटे में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये अनाज अब लोगों के रसोई का हिस्सा बनने लगे हैं।

इन भारतीय अनाजों में प्रोटीन, डायटरी फाइबर, विटामिन और आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ये वजन घटाने से लेकर संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। बाजरा कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है, जो पाचन को सुधारने में मदद करता है। रागी और बाजरा जैसे प्राचीन अनाज हड्डियों को भी मजबूत बनाने में मदद करते हैं और जोड़ों की समस्या को दूर करते हैं। आइए जानते हैं रागी और बाजरा की रोटी के फायदे।

जोड़ों की समस्या दूर करे

कैसे करें इस्तेमाल :
  • करी पत्ते को अच्छी तरह से धो लें।
  • रोज सुबह खाली पेट आठ से दस पत्तियों का सेवन करें।
  • समस्या के दिनों में यह प्रक्रिया रोजाना कर सकते हैं।
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न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, जोड़ों की समस्या से पीड़ित लोग अपने आहार में अधिक अनाज शामिल न करने की सलाह देते हैं। हालांकि इस मामले में बाजरा अपवाद है। इसमें अधिक मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हड्डियों के लिए फायदेमंद होते हैं और जोड़ों की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं।

अर्थराइटिस में राहत दे

रागी और बाजरा में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ये सूजन को दूर करने में मदद करते हैं और अर्थराइटिस की समस्या और दर्द में राहत प्रदान करते हैं।

फ्रैक्टर का जोखिम कम करे

रागी कैल्शियम का भंडार है। यह कैल्शियम का सबसे अच्छा नॉन-डेयरी स्रोत है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन के अनुसार, 100 ग्राम रागी में 244 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है। रागी ऑस्टियोपोरोसिस से बचाता है और फ्रैक्चर के जोखिम को कम करने में मदद करता है।

हड्डियां मजबूत बनाए

बाजरा में कैल्शियम के साथ भरपूर मात्रा में फास्फोरस पाया जाता है। ये खनिज हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, 100 ग्राम बाजरा में 42 मिलीग्राम कैल्शियम और 296 ग्राम फास्फोरस पाया जाता है। इसका नियमित सेवन करने से हड्डियां मजबूत रहती हैं।

DR. NUSKHE BRAINPRASH
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दैनिक आहार में बाजरा और रागी कैसे शामिल करें

दुनिया भर में लोकप्रिय व्यंजनों में रागी और बाजरे का इस्तेमाल किया जाता है। चिप्स, दलिया, खिचड़ी और सलाद में रागी और बाजरे का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि रागी और बाजरे की रोटी भी बहुत फायदेमंद है।

रागी रोटी कैसे बनाएं

रागी रोटी बनाने के लिए रागी के आटे में अपने पसंद की सब्‍जियों को घिसकर मिलाएं, जैसे- प्‍याज, गाजर या चुकंदर आदि। ऊपर से हल्‍के मसाले और नमक मिक्‍स करें। फिर इसमें पानी डालकर आटा गूथें और तवे पर गरमा गरम रोटियां पकाएं। गर्म और नरम रागी रोटी को दही और चटनी के साथ सुबह स्वादिष्ट नाश्ते के रूप में सर्व करें।

बाजरे की रोटी बनाने की विधि:

बाजरा, भकरी के रूप में भी जाना जाता है। बाजरे की रोटी भारत के कई हिस्सों में बनाई-खाई जाती है। इसे बनाने के लिए बाजरे का आटा, नमक, गरम पानी और घी या मक्‍खन का प्रयोग करें। इन सभी को मिलाएं और आटा गूथ लें। फिर इससे रोटी बनाएं और घी या मक्‍खन डालकर सब्जी और गुड़ के साथ परोसें। विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण रागी और बाजरा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। यह न केवल जोड़ों के दर्द को कम करता है बल्कि हड्डियों को भी मजबूत बनाता है।

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