शनि देव मनुष्य को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। अगर किसी पर शनि का बुरा असर पड़ जाता है, तो उसे कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसकी भी कुंडली में शनि अशुभ स्थान पर बैठे होते हैं, वो अपने जीवन में कई समस्याओं का समाना करता है। शनि देव को प्रसन्न कर उनकी कृपा पाने के लिए भक्त कई तरह के उपाय करते हैं। माना जाता है कि शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करने से वो प्रसन्न होते हैं। आइए जानें, कैसे शनि देव को प्रसन्न किया जा सकता है?
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शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय
1. हनुमान जी का पूजन
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए सूर्य अस्त होने के बाद हनुमान जी का पूजन करें। पूजा में सिन्दूर रखें और आरती का दीप जलाने के लिए काले तिल के तेल का इस्तेमाल करें। साथ ही पूजा में नीले रंग के फूलों का उपयोग भी शुभकारी माना गया है।
शनिदेव को क्रोध का देवता माना जाता है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि वो न्याय के देवता भी हैं इसलिए उनके प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका है कि कभी किसी के साथ अन्याय न करें। साथ ही शनिवार के दिन कुछ काम करने से परहेज भी करना चाहिए। आइए, जानते हैं शनिवार की पूजन विधि-
शनिवार की पूजन विधि-
-ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नहा धोकर और साफ कपड़े पहनकर पीपल के वृक्ष पर जल अर्पण करें।
– लोहे से बनी शनि देवता की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं।
– फिर मूर्ति को चावलों से बनाए चौबीस दल के कमल पर स्थापित करें।
– इसके बाद काले तिल, फूल, धूप, काला वस्त्र व तेल आदि से पूजा करें।
– पूजन के दौरान शनि के दस नामों का उच्चारण करें- कोणस्थ, कृष्ण, पिप्पला, सौरि, यम, पिंगलो, रोद्रोतको, बभ्रु, मंद, शनैश्चर।
– पूजन के बाद पीपल के वृक्ष के तने पर सूत के धागे से सात परिक्रमा करें।
– इसके बाद शनिदेव का मंत्र पढ़ते हुए प्रार्थना करें-
शनैश्चर नमस्तुभ्यं नमस्ते त्वथ राहवे। केतवेअथ नमस्तुभ्यं सर्वशांतिप्रदो भव॥
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शनिवार को ये काम न करें
-आपको अगर शनि की विशेष कृपा पानी है, तो आपको शनिवार पर कुछ काम करने से बचना चाहिए, जैसे अगर आप नाखून या बाल काटते हैं, तो शनिदेव आपसे नाराज हो सकते हैं।
-इस दिन आपको जितना हो सके, उतना दान करना चाहिए। आप मंदिर के अलावा किसी जरुरतमंद व्यक्ति आदि को जरुरत का सामान दान कर सकते हैं।
-शनिदेव को जानवरों से विशेष लगाव है।शनि को खुश रखने के लिए आपको जानवरों पर अत्याचार नहीं करना चाहिए।साथ ही कुत्तों, गाय, बकरी आदि पशु-पक्षियों को रोटी खिलानी चाहिए।
-शनिवार को लोहे को घर में लाना वर्जित माना जाता है, अगर आप घर में कोई लोहे का सामान लाने का मन बना रहे हैं, तो आपको इससे बचना चाहिए।
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शनिदेव को क्रोध का देवता माना जाता है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि वो न्याय के देवता भी हैं इसलिए उनके प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका है कि कभी किसी के साथ अन्याय न करें। साथ ही शनिवार के दिन कुछ काम करने से परहेज भी करना चाहिए। आइए, जानते हैं शनिवार की पूजन विधि-
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शनिवार के दिन भूलकर भी न खरीदें ये सामान, वरना…
हर शनिवार शनि देवता कि पूजा की जाती है. मान्यता है कि अगर पूजा सही तरीके से की जाए तो इससे शनिदेव की असीम कृपा मिलती है और ग्रहों की दशा भी सुधरती है. यहां जानिए कि हर शनिवार शनिदेव की पूजा कैसे की जाती है.
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1. हर शनिवार मंदिर में सरसों के तेल का दीया जलाएं. ध्यान रखें कि यह दीया उनकी मूर्ति के आगे नहीं बल्कि मंदिर में रखी उनकी शिला के सामने जलाएं और रखें.
2. अगर आस-पास शनि मंदिर ना हो तो पीपल के पेड़ के आगे तेल का दीया जलाएं. अगर वो भी ना हो तो सरसों का तेल गरीब को दान करें.
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3. शनिदेव को तेल के साथ ही तिल, काली उदड़ या कोई काली वस्तु भी भेंट करें.
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4. भेंट के बाद शनि मंत्र या फिर शनि चालीसा का जाप करे.
5. शनि पूजा के बाद हनुमान जी की पूजा करें. उनकी मूर्ति पर सिन्दूर लगाएं और केला अर्पित करें.
6. शनिदेव की पूजा के दौरान इस मंत्र का जाप करें: ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: