उड़द जिसका वैज्ञानिक नाम विग्न मुंगो है। इसकी खेती हजारों सालों से भारतीय उपमहाद्वीप पर की जा रही है। इसका उपयोग पूरी दुनिया में दाल के रूप में किया जता है। यह सिर्फ चुनौतीपूर्ण जलवायु में बढ़ने की अपनी क्षमता के लिए ही नहीं बल्कि अपनी व्यापक उपलब्धता और इसमें मौजूद पोषक तत्वों के लिए भी जाना जाता है। यह बाजार में साबुत, छिलका लगी हुई दाल या बिना छिलके के उपलब्ध है। (और पढ़ें – दालों के फायदे)
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दाल बनाने के साथ साथ इसका उपयोग भारत और दक्षिण एशिया के कई सांस्कृतिक व्यंजनों में भी किया जाता है। इसका उपयोग विदेशी व्यंजनों जैसे सूप और स्टू, ब्रेड आदि में भी किया जाता है। उड़द में प्रोटीन, आवश्यक खनिज, विभिन्न प्रकार के विटामिन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट यौगिक पाए जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। तो चलिए जानते हैं, उड़द हमारे स्वास्थ्य के लिए किस तरह से फायदेमंद है |
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उड़द एक दलहन होता है और इसका तासीर भी ठंडा होता है। इसलिए उड़द दाल को घी में हींग का छौंक डालकर बनाया जाता है। इसमें जो अनगिनत गुण होते हैं वह न सिर्फ खाना को स्वादिष्ट ही बनाता है वरन् कई तरह के बीमारियों के लिए वरदान जैसा साबित होता है। उड़द दाल में बहुत सारे पौष्टिक तत्व होते हैं जिसके कारण इस दाल को सिर दर्द, नकसीर, बुखार, सूजन जैसे अनेक बीमारियों के इलाज (benefits of urad dal) करने के लिए प्रयोग किया जाता है। उड़द दाल किन-किन बीमारियों के लिए फायदेमंद होता है इस बात को जानने के लिए चलिये इसके बारे में विस्तार से जानते है।
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उड़द काली तथा हरी आदि कई तरह की होती है। सब प्रकार के उड़दों में काले रंग की उड़द उत्तम मानी जाती है। वैद्यक ग्रन्थों में अनेक पौष्टिक प्रयोगों में उड़द की प्रशंसा की गई है। वास्तव में आमिष भोजियों के लिए जिस प्रकार मांस पुष्टिदायक माना जाता है, उसी प्रकार या उससे बढ़कर निरामिष भोजियों के लिए माष अर्थात् उड़द मांसवर्धक और पुष्टिकर होता है।उड़द दाल के फायदों के बारे में जितना बोले कम होगा, क्योंकि इसमें कैल्शियम, पोटाशियम, आयरन, फैट, जिंक जैसे अनेक पौष्टिक तत्व हैं जो न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है बल्कि यौन स्वास्थ्य के परेशानियों को सुधारने में भी मदद करते हैं। उड़द प्रकृति से मधुर, गर्म तासीर की होती है। उड़द की दाल वात कम करने वाली, शक्तिवर्द्धक, खाने में रुची बढ़ाने वाली, कफपित्तवर्धक, शुक्राणु बढ़ाने वाली, वजन बढ़ाने वाली,रक्तपित्त के प्रकोप को कम करने वाली, मूत्र संबंधी समस्या में फायदेमंद, तथा परिश्रम करने वालों के लिए उपयुक्त आहार होता है। इसका प्रयोग पाइल्स, सांस की परेशानी में लाभप्रद होता है। इसके अलावा उड़द की जड़ अनिद्रा की बीमारी में बहुत फायदेमंद होती है क्योंकि इसके सेवन से नींद आती है।