हमारे भारत देश में बहुत सी सब्जिया मिलती है। इसलिए भारत को सब्जियों का देश कहा जाता है। सब सब्जियों में टमाटर एक ऐसी सब्जी जो कई तरह से बनाई जा सकती है। टमाटर सब्जी नहीं, बल्कि पौष्टिक व गुणकारी फल है। टमाटर में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन सी, पोटाश, मैगजीन, और लौह पाये जाते हैं। सर्दियों के मौसम में टमाटर का सूप भी लोग पीते हैं। लोग टमाटर से सांस कैचाअप, चटनी, जैम और विभिन्न व्यंजनों का सेवन किया जाता है। टमाटर का स्वाद खाटा होता है। इसके खट्टे स्वाद के कारण इसमें साइट्रिक एसिड और मैलिक एसिड पाया जाता है। टमाटर में विटामिन ‘ए’ काफी मात्रा में पाया जाता है। एसिडिटी की शिकायत होने पर टमाटरों की खुराक बढ़ाने से यह शिकायत दूर हो जाती है। टमाटर में केवल 12 कैलोरीज होती है, इसलिए इसे पतला होने के भोजन के लिए उपयुक्त माना जाता है। गर्भावस्था के दौरान स्त्रियों के शरीर में लौह तत्व की कमी को पूरा करने वाला टमाटर का सेवन खूब किया जाना चाहिए। कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होने के कारण इसे एक उत्तम भोजन माना जाता है। टमाटर से पाचन शक्ति बढ़ती है।टमाटर में लाइकोपीन नामक एक एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है। टमाटर त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों के नुक्सान से बचाता है। टमाटर का रोज़ाना सेवन से आपकी की त्वचा में चार – चाँद लग जाता है। चेहरे पर बड़े रोम छिद्रों को कम करने के लिए टमाटर का इस्तेमाल किया जा सकता है। त्वचा पर टमाटर के गूदे को रगड़ना एक स्वस्थ चमकदार त्वचा को पुनर्जीवित करने का एक सिंपल तरीका है टमाटर का रस हमें त्वचा की रंगत कम होने से, मुहांसों से बचाता है। टमाटर तैलीय त्वचा पर प्रभावी रूप से कार्य करता है। और रोम छिद्र को बंद करता है। टमाटर के रस का त्वचा के लिए बहुत से लाभ है। टमाटर के रस को निचोड़कर खीरे के रस के साथ मिलाएं , चेहरे पर कुछ मिनट के लिए लगाए और फिर धुल ले। यह तैलीय त्वचा का बेहतरीन हल है। यह मुँहासे और चकत्ते या मामूली जलने के निशान के इलाज में मदद करता है।