अगर आपको ठंडे पदार्थों से परहेज़ ना हो तो रोजाना दोपहर के खाने के समय छाछ ज़रूर लें. यह सुझाव सीधे तौर पर आपको इसलिए दिया जा रहा है कि इससे आपको सेहत से जुड़े कई फ़ायदे मिलेंगे. ऐंटी-बैक्टीरियल और प्रोबायोटिक गुणों के कारण छाछ पेट के लिए तो लाभदायक है ही, साथ ही इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मज़बूत बनाता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस नामक बीमारी से भी बचाव होता है.
ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों की एक बीमारी है, जिसमें हड्डियों का घनत्व कम होने की वजह से फ्रैक्चर का ख़तरा बढ़ जाता है. यह परेशानी आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होती है, लेकिन इसका पता हमें तब लगता है, जब मामूली-सी चोट पर हड्डी टूट जाती है.
इस समस्या का मुख्य कारण है कैल्शियम और विटामिन डी की कमी. कई बार यह अन्य कारणों से भी होता है. हड्डियों को मज़बूत रखने के लिए कैल्शियम युक्त खानपान को सेवन करें और अगर सुबह की धूप लेना बिल्कुल ना भूलें. हल्का व्यायाम करें.
जोड़ों का दर्द, कमर दर्द, सायटिका का दर्द की आयुर्वेदिक उपचार किट Dr Nuskhe Vatari Power kit ऑर्डर करने के लिए क्लिक करें मूल्य 798rs*
https://waapp.me/wa/tWC7RFvb
ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या को कम करने के अलावा छाछ को आप कई और तरह की बीमारियों से बचने के लिए अपना साथी बना सकते हैं. बायोऐक्टिव प्रोटीन से भरपूर छाछ शरीर में कोलेस्टेरॉल के लेवल को नीचे लाने में मदद करता है. दिल संबंधित बीमारियों से बचाता है और ब्लड सर्कुलेशन को कंट्रोल करता है. यह प्राकृतिक ऐंटी-बैक्टीरियल और ऐंटी-कॉर्सिनोजेनिक होता है, जिससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के ख़तरे को भी कम किया जा सकता है.
वज़न पर भी पाएं क़ाबू छाछ में फ़ैट काफ़ी कम मात्रा होता है, जिसकी वजह से कैलोरी भी कम होती है. अगर आप रोज़ाना दोपहर के खाने के बाद छाछ का सेवन करते हैं, तो इससे वजन को क़ाबू करने में भी मदद मिलती है. छाछ एक तरह से फ़ैट बर्नर का काम करता है.
काला नमक औ अजवाइन पेट के लिए लाभकारी होते हैं. काला नमक पाचन क्रिया को सुधारता है वहीं अजवाइन एसिडिटी से राहत दिलाने में मदद करती है. आप अजवाइन और काला नमक को एक साथ पीसकर पाउडर बना लें और उसे छाछ में मिलाकर पिएं.
काली मिर्च अपने आप में बहुत गुणवान होती है. यह कई तरह के बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करती है, खासकर संक्रमण वाली बीमारियों से. काली मिर्च पाउडर को काले नमक के साथ पीसकर रख लें और उसे छाछ में मिलाकर पिएं. इससे गले और फेफड़ों का संक्रमण कम होता है.
अपनी बिमारियों का आयुर्वेदिक समाधान और औषधि घर बैठे पाने के लिए पर जुड़ने के लिए क्लिक करें
https://chatwith.io/s/5ef5b501990a6
पुदीना को एसिडिटी का रामबाण इलाज माना जाता है. अगर आप एसिडिटी से परेशान रहते हैं, तो पुदीने का पाउडर या फिर पुदीने की हरी पत्तियों को पीसकर छाछ मिलाकर सेवन कर सकते हैं.
कब अधिक फ़ायदेमंद साबित होगा छाछ के सेवन का आदर्श समय दोपहर के खाने के या खाने के कुछ समय बाद ही माना जाता है. आप इसे सुबह के नाश्ते के समय भी पी सकते हैं. अगर मौसम ठंडा नहीं है तो आप अपने मन मुताबिक़ इसका सेवन कर सकते हैं. लेकिन आयुर्वेद में रात के समय ठंडी चीज़ों से परहेज़ के लिए कहा जाता है.
अस्थमा ( दमा), साँस की तकलीफ की आयुर्वेदिक उपचार दवाई घर बैठे प्राप्त करने के लिए Whatsapp करें या लिंक पर क्लिक करें
https://chatwith.io/s/5f6ee18483089
कुल्थी दाल- कुल्थी दाल न सिर्फ गुर्दे की पथरी को रोकने में मदद करती है, बल्कि सर्दियों में त्वचा और खोपड़ी को हाइड्रेटेड और पोषित रखने में भी मदद करती है।
संतुलित आहार लें – संतुलित आहार लेने वाले व्यक्ति का मन भी हरा भरा रहता है। इसलिए अगर संभव हो तो ऑर्गेनिक फल व सब्जियों का सेवन करें। शहर में नहीं मिल रही है तो कम से कम फ्रेश चीजों को खाएं। पैकेज्ड फूड्स, मांसाहारी खाना, जंक फूड्स, शराब, सिगरेट, भांग-गांजा इत्यादि का सेवन न करें।
बेहतर परिणामों के लिए खाली पेट करेले का जूस पियें।पित्त की पथरी में परहेज पित्त की पथरी से पीड़ित लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि तला हुआ भोजन, फ्राइड चिप्स, उच्च वसा वाला मांस जैसे बीफ और पोर्क, डेयरी उत्पाद जैसे क्रीम, आइसक्रीम, पनीर, फुल-क्रीम दूध से बचना चाहिए। इसके अलावा चॉकलेट, तेल जैसे नारियल तेल से बचा जाना चाहिए। मसालेदार भोजन, गोभी, फूलगोली, शलजम, सोडा और शराब जैसी चीजों से एसिडिटी और गैस का खतरा होता है, इसलिए ये चीजें भी ना खाएं
https://rebrand.ly/gallbladderstonemedicine
पित्त की थैली के उपचार की आयुर्वेदिक दवाई मंगवाने के लिए WhatsApp 7455896433 करें
पीरियड्स का दर्द अक्सर महिलाओं के सारे काम पर ब्रेक लगा देता है. सर्दी के मौसम में ये बढ़ सकती है. ऐसे में गर्म पानी इस दर्द में राहत का काम करता है. इस दौरान गर्म पानी से पेट की सिकाई करने से भी काफी लाभ मिलता है.
महिलाओं में सफ़ेद पानी (प्रमेह) की समस्या को दूर करने की आयुर्वेदिक डॉ नुस्खे नारी यौवन पाक किट मूल्य आर्डर करने के लिए क्लिक करें https://chatwith.io/s/5f6209864ec52
सर्दियों में अगर आपको छाती में जकड़न और जुकाम की शिकायत रहती है तो गर्म पानी पीना आपके लिए रामबाण से कम नहीं है. गर्म पानी से गले में खराश की समस्या भी दूर होती है और. सुबह के वक्त गर्म पानी पीने के फायदे तो और भी ज्यादा होते हैं. गर्म पानी ना मिले तो आप रूम टेंपरेचर वाला भी पी सकते हैं
चर्म रोगों को करे जड़ से समाप्त करने के लिए अभी आर्डर करे गिलोय किट दिए हुए लिंक पर क्लिक करे या Whatsapp 7455-896-433 करे 448 Rshttps://chatwith.io/s/5f60605f4a0fe
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.ayurvedastreet.ayurvedastreet
लिंग में ढीलापन, जल्दी निकल जाने की समस्या का उपचार Dr. Nuskhe Horse Power Kit पाने के लिए क्लिक करें
https://chatwith.io/s/5f12b4acefce7
वजन बढ़ाने की आयुर्वेदिक और हर्बल दवा ( *Dr. Nuskhe Weh-On WeightGainer*) घर💪 बैठे पाने के लिए लिंक पर क्लिक करें https://waapp.me/wa/F2dqjZYu
गुप्त रोगों का उपचार फ्री आयुर्वेदिक हेल्थ चैनल ग्रुप से जुड़ने के लिए click करें
👇
https://www.facebook.com/groups/293393938690839/?ref=share
*जोड़ों का दर्द, कमर दर्द, सायटिका का दर्द की आयुर्वेदिक उपचार किट Dr Nuskhe Vatari Power kit ऑर्डर करने के लिए क्लिक करें मूल्य 798*👇https://waapp.me/wa/tWC7RFvb
बिस्तर से उठते ही मूत्र त्याग के पश्चात उषा पान अर्थात बासी मुँह 2-3 गिलास शीतल जल के सेवन की आदत सिरदर्द, अम्लपित्त, कब्ज, मोटापा, रक्तचाप, नैत्र रोग, अपच सहित कई रोगों से हमारा बचाव करती है।
भोजन के प्रारम्भ में मधुर-रस (मीठा), मध्य में अम्ल, लवण रस (खट्टा, नमकीन) तथा अन्त में कटु, तिक्त, कषाय (तीखा, चटपटा, कसेला) रस के पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
*Dr. Nuskhe के ऑफिशियल Telegram चैनल/ग्रुप से जुड़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें* https://t.me/joinchat/ScaXZB0TMpR30OzUG_IuTQ
यदि #नींद न आने की शिकायत है, तो रात्रि में सोते समय तलवों पर सरसों का तेल लगाएँ।*
फ्री आयुर्वेदिक हेल्थ टिप्स ग्रुप में शामिल होने के लिए click👇 करें https://www.facebook.com/groups/2682785392048844/