नीम को उन चुनिंदा पेड़ों में गिना जाता है, जिसके सभी भाग अपने आप में औषधीय गुणों से भरपूर हैं। प्राचीन काल से ही नीम के पत्तों, निबोरियों, छाल और जड़ों का प्रयोग स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेदिक दवाइयों में किया जाता रहा है। खासकर, नीम का तेल त्वचा संबंधी रोगों के लिए रामबाण माना जाता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हमारे साथ जानिए शरीर के लिए नीम के तेल के फायदे। जानिए, शरीर की कौन-कौन सी समस्याओं के लिए आप नीम के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
वीर्य शोधन चूर्ण के इस्तेमाल से शीघ्रपतन, प्रियअंग का ढीलापन, धातु दुर्बलता, शारीरिक दुर्बलता, शुक्राणुओं की कमी, मर्दाना ताकत, कामेच्छा और काम-शक्ति की कमी (पुरुष इन्द्रिय की दुर्बलता) , वीर्य की कम मात्रा या वीर्य का पतला होना ,प्रियअंग में तनाव ना होना आदि से छुटकारा मिलता है, यह वीर्य के दूषित तत्वों को दूर करता है। इसके सेवन से स्तम्भन शक्ति बढ़ती है .
वीर्य शोधन चूर्ण जादुई व गुणकारी नुस्खा है। कम से कम 60 दिन नियमित रूप से सेवन करने पर धातु शुद्ध और पुष्ट होती है, शुक्र की वृद्धि होती है, शुक्र गाढ़ा होता है तथा स्वप्न दोष तथा शीघ्रपतन जैसी व्याधियां गायब हो जाती हैं। यह नुस्खा परीक्षित है। हानिकारक आहार-विहार का त्याग और उचित आचरण का पालन करते हुए वीर्यशोधन चूर्ण का प्रयोग करें।घर बैठे डॉ नुस्खे वीर्य शोधन चूर्ण ऑर्डर करने के लिए click करें https://cutt.ly/5nLtkTU
नीम के तेल के फायदे – Benefits of Neem Oil in Hindi
नीम के तेल के उपयोग से कई तरह के फायदे हो सकते हैं, जिसे इस लेख में अलग-अलग श्रेणी में समझाया गया है।
आइए, सेहत के लिए नीम के तेल के फायदे के बारे में विस्तार से जानते हैं।
सेहत/स्वास्थ्य के लिए नीम के तेल के फायदे – Health Benefits of Neem Oil in Hindi
कई तरह की शारीरिक समस्याओं को दूर करने के लिए नीम के तेल का उपयोग किया जा सकता है। जो इस प्रकार है:
1. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए नीम का तेल किस प्रकार काम करता है, इस पर अभी सटीक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। फिलहाल, एक शोध में कहा गया है कि नीम की छाल के अर्क में गैस्ट्रो प्रोटेक्टिव और एंटी अल्सर गुण पाए जाते हैं, जिस वजह से पेट संबंधित कई समस्याओं में इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसका मतलब नीम की छाल का अर्क गैस्ट्रिक हाइपर एसिडिटी और अल्सर की स्थिति में लाभ पहुंचाने में मदद कर सकता है । हालांकि, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है। दक्षिण भारत में उगादि पर्व मनाया जाता है। इस दिन नीम के फूलों से तैयार पारंपरिक व्यंजन पचड़ी का सेवन किया जाता है। इसका सेवन पाचन तंत्र के लिए तो फायदेमंद हो सकता है। साथ ही यह इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है।
डॉ नुस्खे Neem oil के फायदे
बालों का गिराना एवं असमय सफ़ेद होने से रोके
बालो में होनी वाली रूसी से बचाव
बालों को पोषण देकर जड़ो से मजबूत करे
कमज़ोर बालों को मजबूत बनाए
बालों को मुलायम करता हैं
बालों को लंबा व घना बनाता है
सिर की त्वचा का रूखापन दूर करता है
Dr नुस्खे Neem ऑयल ऑर्डर करने के लिए लिंक पर क्लिक करें https://cutt.ly/8cPRfKo
2. दांतों के लिए
नीम का तेल दांतों की समस्या के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। यह एंटीबैक्टीरियल गुण से समृद्ध होता है और दांतों के प्लाक को दूर करने में मदद कर सकता है। हालांकि, दांतों के लिए इसके इस्तेमाल के विषय में एक बार डॉक्टरी परामर्श जरूर लें। इसके अलावा, नीम की टहनी का इस्तेमाल आप मुंह की दुर्गन्ध दूर करने, दांत दर्द से राहत और दांतों की सफाई के लिए कर सकते हैं ।
मर्दाना ताकत बढ़ाने, वीर्य गाड़ा करने की की आयुर्वेदिक चाय Dr Nuskhe SxonT Whole leaf Tea ऑर्डर करने के लिए click करें https://cutt.ly/anLtUed
3. मलेरिया
नीम के तेल का इस्तेमाल मलेरिया से बचाव के लिए किया जा सकता है। शोध के अनुसार, नीम का अर्क मरेलिया फैलाने वाले मच्छरों से आपकी सुरक्षा कर सकता है, इसलिए कई कीटनाशकों में नीम के तेल का इस्तेमाल किया जाता है। मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए आप नीम के तेल का प्रयोग त्वचा पर या रूम डिफ्यूजर के रूप में कर सकते हैं ।
4. वायरस
नीम के इस्तेमाल से वायरल संक्रमण को दूर रखा जा सकता है। इनमें चिकन पॉक्स, फाउल पॉक्स और स्किन इन्फेक्शन शामिल हैं। यह इसमें पाए जाने वाले एंटी वायरल गुण के कारण ही संभव होता है । नीम के ये गुण नीम के तेल में मौजूद हो सकते हैं। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि नीम के तेल का उपयोग वायरस को दूर रखने के लिए किया जा सकता है। फिलहाल, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है। चिकन पॉक्स होने पर नीम के पत्तों को गरम पानी में कुछ समय के लिए भिगोकर रख दें। इस पानी से स्नान करने से त्वचा पर होने वाली इचिंग में आराम मिल सकता है। नीम में एंटीवायरल गुण होते हैं, जिस वजह से यह त्वचा से संबंधित समस्याओं में लाभ पहुंचा सकता है।
डॉ. नुस्खे भीम चूर्ण — अश्वगंधा, शतावरी, मुलेठी, काली मूसली- सफ़ेद मूसली, विदारी कंद , विधारा, अपामार्ग की जड़ , काली तुलसी की जड़ , काली मिर्च , वायविडंग को मिलाकर बनाया हुआ आयुर्वेदिक चूर्ण है जिसका सेवन करने से कमजोर मनुष्य भी ताकतवर बन जाता है और उसका शारीरिक विकास होता है | भीम चूर्ण खासतौर पर यौन ग्रंथियों को मजबूती प्रदान करता है. यह तंत्रिकातंत्र के लिए एक खास पोषक तत्त्व के रूप में काम करता है। ऑर्डर करने के लिए click करें https://cutt.ly/enLyWzY
5. अल्सर
एक अध्ययन में पाया गया है कि नीम का इस्तेमाल कर अल्सर को दूर किया जा सकता है। इसमें एंटीअल्सर गुण पाया जाता है, जो इस समस्या से निपटने में मदद कर सकता है। नीम का तेल सीधे तौर पर अल्सर पर कैसे काम करता है, फिलहाल इस पर कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं ।