छींक एक नेचुरल प्रक्रिया है जो हमारे शरीर में जाने वाले किसी भी अवांछित कणों, धूल, पराग या अन्य रूकावट पैदा करने वाले कणों को बाहर निकालती है जो नाक के मार्ग में प्रवेश कर जाते हैं। हालांकि, लगातार छींकने से एक समय के बाद आप इससे तकलीफ महसूस करने लगेंगी और इस वजह से आप हांफने लगेंगी या सांस लेने में बेहद परेशानी महसूस होगी। हालांकि लगातार छींकना किसी भी सीरियस प्रॉब्लम की ओर इशारा नहीं करता है, बस इसके लगातार आने की वजह से हम बहुत असहज हो जाते हैं। इससे पहले कि आप अपने डॉक्टर से मिलने की सोचें, हम सुझाव देंगे कि आपको हमारे बताए इन घरेलू उपचारों को आजमाना चाहिए जो आपको तुरंत राहत देंगे। अधिक जानने के लिए इस पोस्ट को पढ़ें!

छींक आने के क्या कारण होते हैं?

यदि आप इस बारे में सोच रहीं हैं कि आपके लगातार छींकने का क्या कारण हो सकता है, तो यहाँ कुछ फैक्टर बताए गए हैं, जो आपको ये जानने में मदद कर सकते हैं:

  • किसी फंगस या पॉलन के संपर्क में आना
  • यदि आपके नाक में जमाव है
  • अगर आप गर्भवती हैं
  • यदि आप कोई दवाएं ले रही हैं
  • ठंडे मौसम के संपर्क में आना
  • धूप में बाहर निकलने या एक्सरसाइज करने से अधिक मात्रा में पसीना बहने के कारण
  • यदि आपको पॉल्यूटेंट, तेज गंध या धूल से एलर्जी है
  • कैसे करें इस्तेमाल :
    • करी पत्ते को अच्छी तरह से धो लें।
    • रोज सुबह खाली पेट आठ से दस पत्तियों का सेवन करें।
    • समस्या के दिनों में यह प्रक्रिया रोजाना कर सकते हैं।
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    आयुर्वेद की मानें तो आमतौर पर एक व्यक्ति को दिन भर में 2-3 लीटर पानी

ऊपर बताई गई इन सभी कंडीशन में कुछ ऐसी हैं जो छींकने का कारण बन सकती हैं। हालांकि, इसके लिए बहुत से घरेलू उपचार हैं जो आपको राहत दे सकते हैं। हम आगे कुछ प्रभावी घरेलू उपचारों पर चर्चा करेंगे जो इस कंडीशन को दूर करने में आपकी मदद कर सकते हैं।

नेचुरल ट्रीटमेंट जब आपकी छींक बंद न हो रही हो

यहाँ कुछ ऐसे आजमाए हुए और कारगर नेचुरल ट्रीटमेंट हैं जो आपके लिए भी उपयोगी हो सकते हैं:

1. लहसुन

लहसुन में एंटी-वायरल और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो अपर रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन से लड़ने में मददगार साबित होते हैं। यदि आप छींक या जुकाम से छुटकारा पाने के लिए कोई उपचार तलाश कर रही हैं, तो राहत पाने के लिए लहसुन का उपयोग करके देखें।

  • आप अपने नियमित आहार जैसे कि सब्जी, सलाद, सूप और खाने की अन्य चीजों में लहसुन का उपयोग कर सकती हैं।
  • बेहतर रिजल्ट के लिए, लहसुन की कुछ कलियों को कुचल कर उसकी तेज महक को सूंघें। इसकी गंध नाक के मार्ग को साफ करके सांस लेने की प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद करती है।

2. अदरक

लंबे समय से अदरक नाक संबंधी और वायरल बीमारियों का इलाज करने के लिए उपयोग किया जाता रहा है, जिसमें छींकने के लक्षण भी शामिल हैं। अदरक एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-वायरल गुणों से भरा होता है, जो छींक को ठीक करने के लिए सबसे बेहतरीन सामग्री में से एक है।

3. कैमोमाइल चाय

निरंतर छींकने से राहत पाने के लिए यदि आप कोई उपाय खोज रहे हैं, तो कैमोमाइल चाय इसमें आपकी मदद कर सकती है। क्योंकि कैमोमाइल एंटीहिस्टामाइन गुणों से भरपूर है, जो आपको तुरंत राहत देने में मदद करती है

  • एक कप गर्म पानी में एक चम्मच कैमोमाइल चाय डालें।
  • बेहतर महसूस करने के लिए गर्म चाय की चुस्की लें।
  • शहद को स्वाद बढ़ाने के लिए डाला जा सकता है।

4. मेथी दाना

ये छोटे दाने न्यूट्रिएंट्स और गुणों का एक स्ट्रॉन्ग सोर्स होते हैं जो सर्दी जुकाम और छींक के लिए घरेलू उपचारों के रूप में प्रभावी रूप से काम करते हैं। मेथी के दानों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटीहिस्टामाइन गुण होते हैं। ये उस छींक को कम करने के लिए बेहतरीन काम करते हैं जो साइनसाइटिस के कारण शुरू होती है।

  • एक कप पानी में एक चम्मच मेथी के दानों को कम आँच पर 7 से 8 मिनट तक उबालें।
  • इस गर्म पेय की चुस्की लें और चाहें तो स्वाद के लिए आप इसमें शहद डाल सकती हैं ।

5. नीलगिरी का तेल

धूल से हुई एलर्जी के कारण छींक को रोकने के लिए सबसे अच्छा उपचार नीलगिरी का तेल है। यह आवश्यक तेल सिट्रोनेला से भरा होता है, जो बलगम निकालने के रूप में काम करता है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण भी होते हैं।

  • अपने रूमाल पर इस तेल की कुछ बूंदे डालें और इसे सूंघते रहें। यह नाक के मार्ग को साफ करने और छींक को कम करने में भी मदद करेगा।

6. सौंफ

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सौंफ के बीज का उपयोग एक प्रभावी घरेलू उपाय है जो एलर्जी वाली छींक या अन्य किसी प्रकार की छींक को खत्म करने में मदद करता है। इसके छोटे सुगंधित दाने एंटीहिस्टामाइन, एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर होते हैं।

  • एक कप पानी में दो चम्मच सौंफ के बीज को 10 मिनट के लिए उबालें ।
  • तुरंत राहत पाने के लिए इस चाय को पीएं।
  • बेहतर महसूस करने के लिए इस चाय के दिन में दो से तीन कप पिएं।

7. पेपरमिंट ऑयल

इस एसेंशियल ऑयल में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो भरी हुई नाक के कारण आने वाली छींक से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं।

  • थोड़ा पानी लें और इसे उबाल लें, इसमें तेल की कुछ बूंदें मिलाएं। अपने सिर को पानी के बर्तन की ओर ले जाएं और इसे तौलिए से ढक कर भाप लें।

8. करेला

छींक के इलाज में यह सब्जी बहुत फायदेमंद होती है। करेले में मेडिकल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो छींक का इलाज करने में बहुत उपयोगी मानी जाती है।

इसे कैसे उपयोग करें

  • 4 से 5 करेले लें और उन्हें कुछ समय के लिए पानी में भिगो दें।
  • पानी से निकालें, थोड़ा गर्म पानी डालकर करेले को निचोड़ लें।
  • आप चाहें तो इसे ब्लेंडर में थोड़ा पानी डाल कर इसका रस निकाल सकती हैं।
  • मिठास के लिए थोड़ा शहद डालें।
  • छींक से राहत पाने के लिए इस रस को नियमित रूप से पिएं।
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9. अजवायन (ऑरेगेनो) का तेल

अजवायन के तेल में एंटी-फंगल, एंटी-पैरासिटिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के साथ छींक को भी रोकते हैं।

  • किसी भी रस में इस तेल की कुछ बूंदे डालें और इसे रोजाना से पीने से ये साइनस के कारण आने वाली छींकों को कंट्रोल करता है।

10. तुलसी का तेल

छींक को रोकने के लिए तुलसी का तेल बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि यह एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरा होता है। विभिन्न स्टडीज के अनुसार, तुलसी का तेल अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट टिश्यू में होने वाली परेशानी और अस्थमा से निपटने में प्रभावी होता है क्योंकि यह बैक्टीरिया, फंगस और यीस्ट को खत्म करता है जो इस तरह की समस्याओं का कारण बनते हैं।

  • आप इस तेल को अपने सूप, सलाद और अन्य रेसिपीज में शामिल कर सकती हैं।
  • आप किसी भी कैरीयर तेल जैसे नारियल तेल में तुलसी के तेल की कुछ बूंदों को मिला सकती हैं और इसे कनपटी, नाक, छाती आदि पर लगा सकती हैं, ताकि जमाव और छींक से छुटकारा मिल सके।

छींक से राहत पाने के लिए इनमें से किसी भी घरेलू उपचार को आजमाएं, यदि फिर भी फायदा न हो रहा हो तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें ।

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