निरोगी शरीर के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है Vyayam Benefits For Healthy Body In Hindi Language – निरोग शरीर ही दुनिया की सबसे बड़ी दौलत है | उसके बगैर जीवन की हर सुख सुविधा बेमानी हो जाती है | कोई कितना ही धनवान क्यों न हो शरीर रोगी हो मन दुखी रहे, तो सारा रुपया पैसा धरा का धरा रह जाता है | सच पूछिए तो आदमी को जन्नत भी मिल जाए और शरीर का सुख ना हो, तो वह सुखी नहीं हो सकता है |
पर यदि शरीर निरोगी है और स्वस्थ सुखी मन के लिए जीवन में कुछ सरल नियमों को गूंथ लेना बेहद जरूरी है | हेल्थी और स्ट्रांग बने रहने के लिए जिस प्रकार शुद्ध और संतुलित आहार जरूरी है, उसी प्रकार नियमित व्यायाम, संतुलित व्यवहार और मानसिक सुख-संतोष की भी जरूरत होती है |
रोजाना व्यायाम करने के अनेक फायदे हैं, इससे मांस पेशियों की कसरत होती है | हड्डियों को ताकत मिलती है, दिल और फेफड़े मजबूती पाते हैं | रक्त संचार सुचारु होता है, रक्तचाप और ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है और मन मस्तिष्क को ताजगी मिलती है |
वैज्ञानिक शोधों ने भी पुष्टि की है, कि नित्य व्यायाम करना कई प्रकार से स्वास्थ्यवर्धक होता है |
व्यायाम के लाभ Benefits Of Exercises In Hindi
1. नियमित व्यायाम से दिल की कार्य करने की ताकत बढ़ती है और वह थोड़ी सी ऑक्सीजन पाकर ही ज्यादा काम कर पाता है | दिल की कोरोनरी धमनियों में खून का दौड़ान बढ़ जाता है और खून की ऑक्सीजन absorb करने की क्षमता बढ़ जाती है | नतीजतन दिल को ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचने लगती है, जिससे उसकी कार्य क्षमता बढ़ जाती है
2. व्यायाम करने से धमनियों में खून के थक्के बनने की प्रवृत्ति घटती है | प्लेटलेट रक्त कणों का चिपचिपापन और खून का गाढ़ापन घटता है | इससे दिल का दौरा पड़ने और लकवा होने की आशंका कम हो जाती है |
3. नियमित व्यायाम करने का एक बड़ा लाभ यह भी है कि इससे रक्त में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल LDL की मात्रा घटती है और स्वास्थ्य वर्धक एच.डी.एल. (HDL) कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि होती है | मधुमेह उच्च रक्तचाप या मोटापा हो तो उस पर भी नियंत्रण पाने में मदद मिलती है |
4. इतना ही नहीं, व्यायाम मन के लिए भी टानिक के समान है | रोजाना व्यायाम करने से शरीर में ऐसे केमिकल उत्पन्न होते हैं, जिनसे मन एकदम खुश महसूस करता है | अवसाद, तनाव, चिंताओं आदि से भी राहत मिलती है और मन सुख से भर उठता है |
5. अतः स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम के लिए कुछ समय जरूर निकालें | अगर आप एक स्वस्थ नौजवान हैं, तो कोई भी व्यायाम या शारीरिक मेहनत वाला खेल या व्यायाम चुन सकते हैं | लेकिन 35 वर्ष की अवस्था के बाद थोड़ी सावधानी बरतने में ही समझदारी है | यदि आपको पहले से व्यायाम का अभ्यास ना हो या हृदय रोग से पीड़ित हों तो डॉक्टर से अवश्य सलाह लें | व्यायाम अचानक शुरू करना और अपनी सामर्थ्य की सीमाओं को पार कर जाना जोखिम का काम है |
6. एरोबिक व्यायाम सबसे आसान और सुरक्षित है | तेज गति से चलना, धीमा दौड़ना, साइकिल चलाना, तैरना और रस्सी कूदना एरोबिक व्यायाम है | इनमें मांसपेशियों को व्यायाम के दौरान भी जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन मिलती रहती है | दिल रक्त संचार और श्वसन प्रणाली में भी मजबूती आती है उन पर अचानक दबाव नहीं बढ़ता है |
7. व्यायाम का पूरा लाभ पाने के लिए अनुशासन बहुत जरूरी है | हफ्ते में कम से कम 5 दिन व्यायाम करना अनिवार्य है लेकिन कोशिश करके सातों दिन का समय निकालें कोई परेशानी आए तो डॉक्टर से सलाह ले | किंतु ध्यान रहे कि किसी भी चीज की अति ठीक नहीं होती |
8. योगासन और यौगिक व्यायाम भी दिल के रक्त संचार प्रणाली और फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी हैं | लेकिन यह समझना भी जरूरी है कि प्रत्येक आसन और व्यायाम हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं है | उसका चयन और प्रशिक्षण किसी जानकार योग प्रशिक्षक और डॉक्टर की देखरेख में ही होना चाहिए |
प्रत्येक व्यायाम की विधि की अपनी उपयोगिताएं और सीमाएं हैं कोई भी आसन शुरू करने से पहले यह पता लगा लेना बहुत जरूरी है कि उनका शरीर के किसी अंग पर कोई प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं पड़ेगा |